Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana: 50 लाख रुपए तक का निशुल्क इलाज और हर महीने 5 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी


मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना
राजस्थान सरकार की Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana दुर्लभ बीमारियों से जूझ रहे 0-18 वर्ष के बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। इसमें 56 प्रकार की दुर्लभ बीमारियों का मुफ्त इलाज, जो ₹50 लाख तक का है, के साथ-साथ ₹5000 प्रति माह की आर्थिक सहायता भी शामिल है। यह योजना सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा मॉनिटर की जा रही है।
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Toggleमुख्य उद्देश्य
राज्य सरकार का उद्देश्य यह है कि ऐसे बालक या बालिकाएँ जो दुर्लभ और गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, उन्हें समुचित चिकित्सा, देखभाल और अन्य आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana का प्राथमिक लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि इन बच्चों को समय पर सही उपचार मिले और उनके परिवारों को राहत प्रदान की जा सके।
साथ ही, इन दुर्लभ बीमारियों से जूझ रहे बच्चों और उनके परिवारों को पात्रतानुसार निरंतर आर्थिक सहयोग प्रदान करके उनकी मानसिक और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित की जा सके। यह सहायता न केवल उनके चिकित्सा खर्चों को पूरा करने में मदद करेगी, बल्कि उनके संबल को भी सशक्त करेगी।
योजना की विशेषताएं
- यह योजना विशेष रूप से 0-18 वर्ष के बच्चों के लिए शुरू की गई है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
- Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana के तहत 56 प्रकार की बीमारियों का 50 लाख रुपये तक निशुल्क इलाज किया जाएगा।
- प्रत्येक माह 5,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- लाभार्थियों को Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana का लाभ प्राप्त करने के लिए एसएसओ पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
- योजना के उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
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'आयुष्मान राजस्थान' के संकल्प की सिद्धि की ओर बढ़ते कदम...!
— Gajendra Singh Khimsar (@GajendraKhimsar) July 17, 2024
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी के नेतृत्व में हमारी संवेदनशील सरकार द्वारा दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों को राहत देने हेतु 'मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना' तथा थैलेसीमिया से पीड़ित व्यक्तियों के उपचार हेतु… pic.twitter.com/9XRNSJNwZ2
योजना में शामिल 56 दुर्लभ बीमारियाँ
राज्य सरकार ने Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana में 56 दुर्लभ बीमारियों को शामिल किया है। ब्लॉक सामाजिक सुरक्षा अधिकारी मांगीलाल हटीला के अनुसार, योजना में निम्नलिखित बीमारियाँ शामिल हैं:
- एड्रिनोल्यूकोडिस्ट्राफी
- क्रोनिक गैरन्यूलोमेटस
- ऑस्टियोपेट्रोसिस
- फैनकोनी एनीमिया
- टाइरोसीनीमिया
- ग्लाइकोजन भंडारण विकार
- मेपल सिरप यूरिन
- यूरिया चक्र विकार
- ऑर्गेनिक एसिडेमियास
- ऑटोसोमल रिसेसिव पॉलिसिस्टिक किडनी
- ऑटोसोमल डॉमिनेंट पॉलिसिस्टिक किडनी
- लारोन सिंड्रोम
- ग्लैंजमैन थ्रोम्बैसथेनिया
- जन्मजात हाइपरइंसुलिनेमिक हाइपोग्लाइसीमिया
- पारिवारिक होमोजाइगस हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया
- मैनोसिडोसिस
- अल्फा रिडक्टेस की कमी से आंशिक एण्ड्रोजन असंवेदनशीलता सिंड्रोम
- प्राथमिक हाइपर ऑक्साल्यूरिया
- फेनिलकेटोन्यूरिया
- गैर-पीकेयू हाइपरफेनिलालेनीमिया
- होमोसिस्टिन्यूरिया
- ग्लूटारिक एसिड्यूरिया
- मिथाइलमालोनिक एसिडेमिया
- प्रोपियोनिक एसिडेमिया
- आइसोवलरिक एसिडेमिया
- ल्यूसीन संवेदनशील हाइपोग्लाइसीमिया
- गैलेक्टोसेमिया
- ग्लूकोज-गैलेक्टोज अवशोषण विकार
- सीवियर फूड प्रोटीन एलर्जी
- ऑस्टियोजेनेसिस इम्परफैक्टा
- वृद्धि हार्मोन की कमी
- प्रेडर-विली सिंड्रोम
- टर्नर सिंड्रोम
- नूनम सिंड्रोम
- सिस्टिक फाइब्रोसिस
- माइटोकॉन्ड्रियल विकार
- एक्यूट इंटरमिटेंट पोर्फिरिया
- विल्सन रोग
- जन्मजात एड्रिनल हाइपरप्लासिया
- नियोनेटल ऑनसेट मल्टीसिस्टम इन्फ्लेमेटरी डिजीज
- गोचर रोग
- हर्लर सिंड्रोम
- हंटर सिंड्रोम
- पॉम्पे रोग
- फैब्री रोग
- मॉर्क्वियो सिंड्रोम ए
- मारोटॉक्स-लैमी सिंड्रोम
- डुचेन मस्कुलर डिस्टॉफी
- स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी
- वोल्मन रोग
- हाइपोफॉस्फेटेसिया
- न्यूरोनल सेरॉइड लिपोफस्किनोसिस
- हाइपोफॉस्फेटेमिक रिकेट्स
- एटिपिकल हीमोलिटिक यूरेमिक सिंड्रोम
- सिस्टिनोसिस
- वंशानुगत एंजियोएडेमा
मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना के लाभ
- 50 लाख तक का मुफ्त इलाज: दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों को 56 प्रकार की बीमारियों के लिए निशुल्क चिकित्सा सेवाएं।
- हर महीने ₹5000 की आर्थिक सहायता: बच्चों के इलाज और देखभाल से जुड़ी वित्तीय जरूरतें पूरी करने के लिए।

पात्रता
- बालक/बालिका की उम्र 18 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- आवेदक राजस्थान राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।
- यदि आवेदक पिछले तीन वर्ष से अधिक समय से राजस्थान में निवास कर रहा हो, तो यह भी मान्य होगा।
- जनाधार से प्रमाणीकरण होने पर अलग से इन दस्तावेजों को अपलोड करने की आवश्यकता नहीं होगी।
- सक्षम चिकित्सा अधिकारी द्वारा यह प्रमाणित किया जाना आवश्यक है कि बालक/बालिका दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है।
- इस प्रमाणन के आधार पर ही आर्थिक सहायता के लिए पात्रता सुनिश्चित होगी।
- दुर्लभ बीमारी से पीड़ित बालक/बालिका Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता के साथ-साथ भारत सरकार और राजस्थान सरकार की अन्य योजनाओं के भी लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
- दुर्लभ बीमारी से पीड़ित बालक/बालिका के माता-पिता/पालनकर्ता की आय सीमा Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana के तहत लागू नहीं होगी।
आवेदन प्रक्रिया
Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana के अंतर्गत चयनित बच्चों के लिए एसएसओ पोर्टल पर डिजिटल आवेदन प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य दुर्लभ और गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों तथा उनके परिजनों को आर्थिक राहत प्रदान करना और उनकी चिकित्सा के लिए उपयुक्त प्रबंध सुनिश्चित करना है। यह योजना राज्य सरकार की सामाजिक कल्याण नीतियों में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रगतिशील कदम के रूप में स्थापित हो रही है।

आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
- दुर्लभ बीमारी का चिकित्सा प्रमाणपत्र
- परिवार का निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता विवरण

निष्कर्ष
मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना राजस्थान सरकार की एक अनूठी और सराहनीय पहल है, जो दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों और उनके परिवारों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है। Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana के माध्यम से न केवल बच्चों को मुफ्त और उच्च गुणवत्ता वाला इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है, बल्कि हर महीने आर्थिक सहायता देकर उनके परिवारों को वित्तीय स्थिरता भी प्रदान की जा रही है।
यह योजना न केवल बीमार बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि राज्य में सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में एक नई दिशा भी प्रस्तुत करती है। यदि आपका बच्चा या कोई जान-पहचान का बच्चा दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है, तो Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana का लाभ उठाने में देरी न करें।
FAQ
1. मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल संबल योजना क्या है?
यह राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है, जो 0-18 वर्ष की उम्र के दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चों को मुफ्त इलाज और आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
2. Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana का उद्देश्य क्या है?
योजना का उद्देश्य दुर्लभ बीमारियों से जूझ रहे बच्चों और उनके परिवारों को आर्थिक संबल प्रदान करना और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
3. योजना के तहत क्या लाभ मिलते हैं?
- 50 लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज।
- हर महीने 5000 रुपये की आर्थिक सहायता।
4. कौन-कौन से बच्चे Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana के लिए पात्र हैं?
0 से 18 वर्ष तक के बच्चे जो 56 प्रकार की दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित हैं, Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana के लिए पात्र हैं।
5. Mukhyamantri Ayushman Bal Sambal Yojana का लाभ कैसे लिया जा सकता है?
एसएसओ पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करके इस योजना का लाभ लिया जा सकता है।
6. एसएसओ पोर्टल क्या है?
एसएसओ (Single Sign-On) राजस्थान सरकार द्वारा संचालित एक ऑनलाइन पोर्टल है, जहां से विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं के लिए आवेदन किया जा सकता है।
7. योजना में किन बीमारियों का इलाज किया जाता है?
योजना के तहत 56 दुर्लभ बीमारियों का निशुल्क इलाज किया जाता है। इन बीमारियों की सूची एसएसओ पोर्टल पर उपलब्ध है।
8. योजना का लाभ लेने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी?
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र
- दुर्लभ बीमारी का चिकित्सा प्रमाणपत्र
- परिवार का निवास प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
9. इस योजना का आवेदन कब शुरू होगा?
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जल्द ही एसएसओ पोर्टल पर शुरू की जाएगी।
10. योजना का लाभ किसे नहीं मिलेगा?
18 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
11. अधिक जानकारी के लिए कहां संपर्क करें?
अधिक जानकारी के लिए राजस्थान सरकार के संबंधित विभाग या एसएसओ पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।