Subhadra Yojana: प्रत्येक महिला को कुल 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को घोषणा की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर, ओडिशा में 17 सितंबर को ‘Subhadra Yojana’ को लागू किया जाएगा., जिसका उद्देश्य राज्य की एक करोड़ से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत, महिलाओं को प्रति वर्ष 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करने के लिए 100 महिलाओं को 500 रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा।
यह योजना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया गया था। इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं को 50,000 रुपये के नकद ‘वाउचर’ प्रदान किए जाएंगे। जिसके दौरान प्रत्येक महिला को कुल 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी।
Subhadra Yojana का उद्देश्य और लाभ
महिलाओं का सशक्तिकरण एक महत्वपूर्ण कदम है जो समाज की समृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है। ओडिशा सरकार की Subhadra Yojana इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना का उद्देश्य न केवल महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है, बल्कि उन्हें वित्तीय रूप से स्वतंत्र और स्वावलंबी बनाना भी है। यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं को लक्षित करती है जो समाज के पिछड़े और कमजोर वर्ग से आती हैं।
इस योजना के तहत, 21 से 60 वर्ष की उम्र की सभी पात्र महिलाओं को शामिल किया जाएगा। योजना के अंतर्गत महिलाओं को प्रतिवर्ष 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जो कि दो किश्तों में वितरित की जाएगी। पहली किश्त राखी पूर्णिमा के अवसर पर और दूसरी किश्त अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) को दी जाएगी।
योजना की अवधि पांच वर्षों की होगी, जिसके दौरान प्रत्येक लाभार्थी को कुल 50,000 रुपये की सहायता मिलेगी। इस योजना के लिए 55,825 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है, जो 2024-25 से 2028-29 तक लागू रहेगा।
योजना की प्रमुख विशेषताएँ
वित्तीय सहायता:
सुभद्रा योजना के तहत, प्रत्येक लाभार्थी महिला को प्रति वर्ष 10,000 रुपये की राशि दी जाएगी। यह राशि दो किस्तों में प्रदान की जाएगी—पहली किस्त राखी पूर्णिमा पर और दूसरी किस्त अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) पर। इस योजना की अवधि पांच वर्षों की होगी, जिसके दौरान प्रत्येक महिला को कुल 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी।
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT):
योजना के तहत दी जाने वाली राशि सीधे लाभार्थी के आधार-सक्षम बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इसके लिए आधार पेमेंट ब्रिज सिस्टम (APBS) का उपयोग किया जाएगा, जिससे लेन-देन में पारदर्शिता बनी रहेगी। इसके अलावा, लाभार्थियों को एक ‘सुभद्रा डेबिट कार्ड’ भी जारी किया जाएगा।
डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहन:
डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए, हर ग्राम पंचायत और शहरी स्थानीय निकाय में अधिकतम डिजिटल लेन-देन करने वाले 100 लाभार्थियों को 500 रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा। यह कदम महिलाओं को डिजिटल वित्तीय प्रणाली में शामिल करने के लिए उठाया गया है, जिससे वे वित्तीय साक्षरता और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकें।
योजना के नियम और शर्तें
मुख्यमंत्री माझी ने स्पष्ट किया कि इस योजना का लाभ केवल उन महिलाओं को मिलेगा जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। आर्थिक रूप से सशक्त परिवारों की महिलाएं, सरकारी कर्मचारी, और आयकरदाता इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे। इसके अलावा, जो महिलाएं किसी अन्य सरकारी योजना के तहत प्रतिमाह 1,500 रुपये या उससे अधिक की सहायता प्राप्त कर रही हैं, वे भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेंगी।
- इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की आयु की सभी योग्य महिलाएं शामिल की जाएंगी।
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की महिला ही इस योजना का लाभ उठा पाएंगी।
- सरकारी कर्मचारियों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
- इनकम टैक्स दाता इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेंगे।
- केवल विवाहित महिलाएँ ही आवेदन कर सकती हैं।
- परिवार से केवल एक ही महिला लाभ प्राप्त कर सकती है।
- इस योजना में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
आवेदन प्रक्रिया:
लाभार्थियों को योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपने निकटतम आंगनवाड़ी केंद्र, ब्लॉक कार्यालय, मो सेवा केंद्र या जन सेवा केंद्र में उपलब्ध फॉर्म भरकर आवेदन करना होगा। यह फॉर्म निःशुल्क उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही, एक कॉल सेंटर भी स्थापित किया जाएगा, जो महिलाओं की सहायता के लिए तैयार रहेगा।
Subhadra Yojana Documents Required
- आधार कार्ड: आपकी पहचान के रूप में।
- राज्य निवास प्रमाण: आपके निवास की पुष्टि के लिए।
- मोबाइल नंबर
- आय प्रमाणपत्र: आपकी आय की पुष्टि के लिए।
- जाति प्रमाणपत्र: आपकी जाति की पुष्टि के लिए।
- राशन कार्ड: आपकी राशन कार्ड की पुष्टि के लिए।
- बैंक दस्तावेज़: आपके बैंक खाते की पुष्टि के लिए।
- पासपोर्ट आकार की फोटो: आपकी पहचान के रूप में। इसके अलावा, योग्य महिलाएं उपरोक्त उल्लेखित स्थानों पर जाकर आवेदन कर सकती हैं।
इसके अलावा, ‘सुभद्रा’ डेबिट कार्ड भी प्राप्त करेंगी। हालांकि, वित्तीय रूप से सुदृढ़, सरकारी नौकरी धारक, आयकर दाता और उन्होंने किसी सरकारी योजना के तहत मासिक या वार्षिक रूप में 1,500 रुपये या उससे अधिक की सहायता प्राप्त की है, वे सुभद्रा सहायता प्राप्त नहीं कर सकेंगी।
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Subhadra Yojana का शुभारंभ और निगरानी
ओडिशा सरकार ने सुभद्रा योजना की शुरुआत के लिए 17 सितंबर की तिथि निर्धारित की है, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर होगी। योजना की निगरानी और सफल कार्यान्वयन के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग एक विशेष “सुभद्रा सोसायटी” की स्थापना करेगा।
Subhadra Yojana helpline number launched
भुवनेश्वर: सुभद्रा योजना के लिए एक हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया गया है। यदि कोई लाभार्थी को गुमराह करता है या परेशान करता है, तो वे सुभद्रा योजना हेल्पलाइन नंबर 14678 पर शिकायत कर सकते हैं।
उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने कहा कि तुरंत कार्रवाई की जाएगी। अब तक सुभद्रा योजना के लिए 3.5 लाख आवेदन पहले ही जमा किए जा चुके हैं। सुभद्रा योजना के आवेदन के लिए कोई अंतिम तिथि नहीं है।
जो लोग 17 सितंबर के बाद आवेदन करेंगे, वे भी योजना में शामिल हो सकते हैं और समान अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक अंतिम लाभार्थी शामिल नहीं हो जाता।
इसलिए प्रवती परिदा ने लोगों से अपील की है कि वे मो सेवा केंद्र और सीएससी केंद्र में अनावश्यक भीड़ न लगाएं। सुभद्रा योजना से संबंधित जानकारी के लिए आज से एक जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा और सुभद्रा योजना हेल्पलाइन नंबर को लोकप्रिय बनाया जाएगा।
जानकारी के साथ एक वाहन 16 सितंबर तक चलेगा। जिस मार्ग पर रथ चलेगा, उसका नक्शा क्षेत्र के प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों को सूचित किया जाएगा। परिणामस्वरूप, सार्वजनिक प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। इस जागरूकता वैन के प्रभारी एक नोडल अधिकारी होंगे।”
Subhadra Debit Card
मुख्यमंत्री मांझी ने घोषणा की है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को ‘सुभद्रा डेबिट कार्ड’ भी प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत, डिजिटल लेनदेन करने वाली 100 लाभार्थियों की पहचान की जाएगी और उन्हें 500 रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। इसके साथ ही, योजना के कार्यान्वयन की निगरानी महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत होगी।
मुख्यमंत्री मांझी ने घोषणा की है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को ‘सुभद्रा डेबिट कार्ड’ भी प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत, डिजिटल लेनदेन करने वाली 100 लाभार्थियों की पहचान की जाएगी और उन्हें 500 रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। इसके साथ ही, योजना के कार्यान्वयन की निगरानी महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत होगी। इसके अलावा योजना के लिए कॉल सेंटर भी चालू किया जाएगा।
योजना की मॉनिटरिंग और क्रियान्वयन
योजना के सफल क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत ‘सुभद्रा सोसाइटी‘ की स्थापना की जाएगी। यह सोसाइटी योजना की सभी गतिविधियों की निगरानी करेगी और सुनिश्चित करेगी कि सभी लाभार्थियों को समय पर और सही ढंग से सहायता मिल सके।
योजना का वित्तीय प्रबंधन
Subhadra Yojana के लिए 55,825 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जो 2024-25 से 2028-29 तक लागू रहेगा। इस वित्तीय प्रबंधन का उद्देश्य योजना को दीर्घकालिक बनाना और इसे सफलतापूर्वक लागू करना है।
योजना का प्रभाव और भविष्य की दिशा
Subhadra Yojana न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करेगी, बल्कि उन्हें समाज में अपनी पहचान और स्थान बनाने में भी मदद करेगी। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करेगी, जिससे वे अपने परिवार और समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगी।
इस योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता न केवल महिलाओं की दैनिक जीवन की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी, बल्कि उन्हें छोटी-छोटी उद्यमशीलता की गतिविधियों में शामिल होने के लिए भी प्रोत्साहित करेगी। इसके साथ ही, डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करने से महिलाएं आधुनिक वित्तीय प्रणाली से जुड़ सकेंगी, जिससे उनकी वित्तीय साक्षरता और बढ़ेगी।
समाज और परिवार पर प्रभाव
Subhadra Yojana का प्रभाव केवल महिलाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका व्यापक प्रभाव उनके परिवार और समाज पर भी पड़ेगा। जब महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त होती हैं, तो वे अपने बच्चों की शिक्षा, परिवार की सेहत और समग्र कल्याण पर अधिक ध्यान दे सकती हैं। इससे परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और समाज में समृद्धि बढ़ती है।
सुभद्रा योजना का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
Subhadra Yojana का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह महिलाओं के सामाजिक और सांस्कृतिक सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी। जब महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र होती हैं, तो वे समाज में अपनी आवाज बुलंद कर सकती हैं और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर सकती हैं। इसके अलावा, इस योजना के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ से महिलाएं अपनी पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभा सकेंगी।
सरकार की प्रतिबद्धता और जनहित में योजनाएँ
ओडिशा सरकार की यह योजना ‘अंत्योदय’ की नीति के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसमें समाज के सबसे कमजोर और पिछड़े वर्गों को ऊपर उठाने का संकल्प है। सुभद्रा योजना न केवल एक आर्थिक सहायता योजना है, बल्कि यह महिलाओं के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार की यह पहल देशभर में एक मॉडल के रूप में उभर सकती है, जिससे अन्य राज्य भी प्रेरित होकर इस तरह की योजनाएँ ला सकते हैं।
महिलाओं का सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता
महिलाओं का सशक्तिकरण किसी भी समाज की प्रगति और विकास का प्रमुख स्तंभ है। Subhadra Yojana महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करेगी और उन्हें अपने जीवन के फैसले खुद लेने के लिए सक्षम बनाएगी। इससे महिलाओं की सामाजिक स्थिति में सुधार होगा और वे समाज में अपनी जगह बना सकेंगी।
योजना के सफल क्रियान्वयन की चुनौतियाँ
हालांकि Subhadra Yojana का उद्देश्य बहुत ही सकारात्मक और सशक्तिकरण की दिशा में है, लेकिन इसके सफल क्रियान्वयन में कुछ चुनौतियाँ भी हो सकती हैं। सबसे बड़ी चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि योजना का लाभ वास्तव में सही और जरूरतमंद महिलाओं तक पहुँचे। इसके लिए योजना की मॉनिटरिंग और क्रियान्वयन प्रक्रिया को अत्यंत पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की आवश्यकता होगी।
इसके अलावा, डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करने के लिए महिलाओं को डिजिटल वित्तीय साधनों की जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान करना भी महत्वपूर्ण होगा। इससे वे इस योजना का अधिकतम लाभ उठा सकेंगी और डिजिटल साक्षरता में भी वृद्धि होगी।
योजना के लाभार्थियों की कहानियाँ
आने वाले समय में, Subhadra Yojana के लाभार्थियों की प्रेरणादायक कहानियाँ सामने आएँगी, जो इस बात का प्रमाण होंगी कि यह योजना कितनी प्रभावशाली और परिवर्तनकारी है। इन कहानियों के माध्यम से अन्य महिलाएँ भी प्रेरित होंगी और अपने जीवन में सुधार के लिए इस योजना का लाभ उठाने के लिए आगे आएँगी।
2036 तक ओडिशा को देश का नंबर एक राज्य बनाने की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरकार का लक्ष्य 2036 तक ओडिशा को देश का नंबर एक राज्य बनाना है, और इसके लिए नींव अगले पांच वर्षों में रखी जाएगी। सत्ता में आते ही, सरकार ने चार प्रमुख वादों को पूरा किया है – श्रीमंदिर की सुरक्षा के लिए 500 करोड़ रुपये का कोष स्थापित करना, भगवान जगन्नाथ मंदिर के चार द्वार खोलना, धान की न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि करना, और सुभद्रा योजना को लागू करना।
निष्कर्ष
Subhadra Yojana ओडिशा सरकार की एक महत्त्वपूर्ण पहल है, जो महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना के माध्यम से न केवल महिलाओं को आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि उन्हें समाज में अपनी पहचान बनाने का अवसर भी मिलेगा। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करेगी और उन्हें समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाएगी।
ओडिशा सरकार का यह कदम न केवल राज्य में बल्कि देशभर में एक मिसाल बनेगा, जिससे महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में और भी योजनाएँ लाई जा सकेंगी।
FAQs
1. सुभद्रा योजना क्या है?
सुभद्रा योजना ओडिशा सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्त्वपूर्ण योजना है जिसका उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत महिलाओं को वार्षिक 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
2. इस योजना के तहत कौन-कौन सी महिलाएं पात्र हैं?
इस योजना के अंतर्गत 21 से 60 वर्ष की सभी योग्य महिलाएं पात्र होंगी। हालांकि, आर्थिक रूप से समृद्ध परिवारों की महिलाएं, सरकारी कर्मचारी, आयकरदाता और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत प्रतिमाह 1,500 रुपये या उससे अधिक की सहायता प्राप्त करने वाली महिलाएं इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी।
3. Subhadra Yojana के तहत मिलने वाली राशि कितनी है?
योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी महिला को प्रतिवर्ष 10,000 रुपये की सहायता दी जाएगी। यह राशि दो किस्तों में दी जाएगी—पहली किस्त राखी पूर्णिमा के अवसर पर और दूसरी किस्त अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) को दी जाएगी। योजना की कुल अवधि पांच वर्षों की होगी, जिसमें प्रत्येक महिला को कुल 50,000 रुपये मिलेंगे।
4. इस योजना की अवधि कितनी है?
सुभद्रा योजना की अवधि 2024-25 से 2028-29 तक है, यानी कुल पांच वर्षों के लिए इस योजना का क्रियान्वयन होगा।
5. इस योजना के लिए कितनी राशि का बजट निर्धारित किया गया है?
ओडिशा सरकार ने सुभद्रा योजना के लिए 55,825 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।
6. योजना के तहत राशि का वितरण कैसे होगा?
योजना के तहत दी जाने वाली राशि सीधे लाभार्थी के आधार से जुड़े बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी। इस प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आधार भुगतान ब्रिज सिस्टम (APBS) का उपयोग किया जाएगा।
7. क्या इस योजना के तहत डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित किया जाएगा?
हां, प्रत्येक ग्राम पंचायत और शहरी स्थानीय निकाय में सबसे अधिक डिजिटल लेनदेन करने वाले 100 लाभार्थियों की पहचान की जाएगी और उन्हें 500 रुपये का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा।
8. Subhadra Yojana के तहत आवेदन कैसे करें?
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए महिलाएं निःशुल्क आवेदन फॉर्म आंगनवाड़ी केंद्रों, ब्लॉक कार्यालयों, मो सेवा केंद्रों और जन सेवा केंद्रों से प्राप्त कर सकती हैं।
9. सुभद्रा योजना का शुभारंभ कब होगा?
ओडिशा सरकार ने सुभद्रा योजना की शुरुआत के लिए 17 सितंबर की तिथि निर्धारित की है, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर होगी।
10. Subhadra Yojana की निगरानी कौन करेगा?
महिला एवं बाल विकास विभाग इस योजना की निगरानी और क्रियान्वयन के लिए “सुभद्रा सोसायटी” की स्थापना करेगा।
11. इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली सहायता का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है?
योजना के तहत मिलने वाली राशि का उपयोग महिलाएं अपनी आवश्यकताओं और सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कर सकती हैं, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यवसाय, और अन्य जरूरी खर्चे।
12. सुभद्रा डेबिट कार्ड क्या है?
सुभद्रा योजना के लाभार्थियों को एक विशेष सुभद्रा डेबिट कार्ड भी जारी किया जाएगा, जिसका उपयोग वे डिजिटल लेनदेन के लिए कर सकेंगी।
13. Subhadra Yojana का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
14. योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि की वितरण तिथि कौन सी है?
राशि का वितरण दो तिथियों पर किया जाएगा—राखी पूर्णिमा के अवसर पर और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) को।
15. इस योजना के तहत कितनी महिलाएं लाभान्वित होंगी?
सुभद्रा योजना के अंतर्गत ओडिशा की एक करोड़ से अधिक महिलाएं लाभान्वित होंगी।
16. क्या योजना के लिए कोई कॉल सेंटर भी स्थापित किया जाएगा?
हां, योजना के बेहतर क्रियान्वयन और महिलाओं की सहायता के लिए एक कॉल सेंटर भी स्थापित किया जाएगा।
17. Subhadra Yojana का वित्तीय वर्ष कब से शुरू होगा?
सुभद्रा योजना का वित्तीय वर्ष 2024-25 से शुरू होगा और 2028-29 तक चलेगा।
18. Subhadra Yojana के लिए किस विभाग की जिम्मेदारी होगी?
महिला एवं बाल विकास विभाग इस योजना के क्रियान्वयन और निगरानी के लिए जिम्मेदार होगा।
19. क्या योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों की संख्या सीमित है?
नहीं, इस योजना के तहत एक करोड़ से अधिक महिलाएं लाभान्वित होंगी।
20. ओडिशा सरकार की इस योजना से क्या लक्ष्य प्राप्त होगा?
ओडिशा सरकार का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना और राज्य के समग्र विकास में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है।